रमेश पोवार की छुट्टी के बाद भारतीय महिला टीम के कोच के लिए इन 3 नामों पर विचार कर रही है बीसीसीआई
अभी हाल ही में सम्पन्न हुए महिला टी20 विश्वकप में टीम इंडिया की सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड से हार गई. इस मैच में भारतीय टीम की सबसे अनुभवी खिलाड़ी और शानदार फॉर्म में चल रही मिताली राज को टीम से निकाल दिया गया था. जिसके बाद भारतीय टीम की हार के बाद काफी बवाल हुआ. ये साफ हो गया कि टीम में मिताली राज और कोच रमेश पोवार के बीच सबकुछ ठीक नहीं था.
बोर्ड ने लिया ये अहम फैसला
सीनियर खिलाड़ी मिताली राज और कोच रमेश पोवार के मतभेद के जगजाहिर होने के बाद अब बीसीसीआई ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नये कोच के लिए आवेदन मंगवाया है और वह किसी अंतरराष्ट्रीय पुरूष क्रिकेटर को यह जिम्मेदारी सौंपना चाहता है.
बोर्ड की सूत्रों की माने तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को साबित कर चुके टॉम मूडी, डेव व्हाटमोर और वेंकटेश प्रसाद ऐसे नाम है जिन पर बोर्ड विचार कर रहा है.
मिताली ने आरोप लगाया कि पोवार उन्हें बर्बाद करना चाहते हैं
यह पता चला है कि बीसीसीआई वेस्टइंडीज में हुए आईसीसी महिला विश्व टी20 के दौरान टीम के सेमीफाइनल में हारने तथा मिताली और कोच पोवार के बीच मतभेद जैसी स्थिति फिर नहीं चाहता है.
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में मिताली को बाहर रखने के कारण विवाद पैदा हुआ था. भारत को इंग्लैंड ने उस मैच में आठ विकेट से हराया.मिताली ने आरोप लगाया कि पोवार उन्हें बर्बाद करना चाहते हैं जबकि कोच ने उनके रवैये पर सवाल उठाये थे.
भारतीय महिला टीम के कोच बनने की ये है शर्त
पोवार की नियुक्ति अगस्त में हुई थी जब तुषार अरोठे ने सीनियर खिलाड़ियों के साथ मतभेद के कारण पद छोड़ दिया था.बीसीसीआई ने इस पद के लिए जो कुछ शर्त तय की हैं उसमें उम्मीदवार के पास किसी अंतरराष्ट्रीय टीम को एक सत्र तक कोचिंग देने का अनुभव होना या किसी टी20 फ्रेंचाइजी के साथ दो सत्र तक कोचिंग देने का अनुभव शामिल है.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई हरफनमौला मूडी इस जरूरत के पूरी तरह से फिट बैठते है, जबकि वेंकटेस प्रसाद ने किंग्स इलेवन पंजाब के साथ जुड़ने से पहले भारतीय टीम के साथ गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया है. व्हाटमोर ने 1996 में श्रीलंका को एकदिवसीय क्रिकेट में विश्व चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभायी थी.
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