71 साल पहले आज ही के दिन इस आॅस्ट्रेलियार्इ गेंदबाज ने मात्र 2 रन देकर समेट दी थी आधी इंडियन क्रिकेट टीम
भारत एक दिसंबर का यह दिन कभी नहीं भूल सकता हैं। इस दिन इंडियन क्रिकेट टीम के आॅस्ट्रेलियार्इ टीम ने छक्के छुड़ाए थे। वो आज ही का दिन था जब एक आॅस्ट्रेलियार्इ गेंदबाज इंडियन बल्लेबाजों के पसीने निकाल दिए थे। आॅस्ट्रेलिया के इस बेहतरीन गेंदबाज ने अपनी विस्फोटक गेंदबाजी से उस समय दो रन देकर पांच विकेट अपने नाम किये थे।
बता दें भारत बनाम आॅस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट मैचों की शुरुआत 6 दिसंबर से हो रही है। इस दौरान दोनों टीमें इस सीरीज को जीतने के लिए अपना पूरा जोर लगाएंगी। लेकिन इस सीरीज की जंग में बाजी कौन सी टीम मारेगी ये तो वक़्त ही बताएगा।
लेकिन आपको बता दें वर्तमान समय से करीब 71 साल पहले इंडिया और कंगारुआें के बीच एक टेस्ट खेला गया था। जोकि आज भी भारतीय टीम के बेहद ख़राब प्रदर्शन के लिए याद किया जाता हैं। इंडिया उस टेस्ट मैच में 226 रनों के साथ बुरी तरह हारी थी।
1947 में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का मैच
बता दें साल 1947 में इंडिया पांच मैचों की सीरीज खेलने के लिए आॅस्ट्रेलिया के दौरे पर गयी थी। इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच 28 नवंबर को खेला गया था। इस मैच के दौरान आॅस्ट्रेलियार्इ कप्तान डाॅन ब्रैडमैन ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया।
उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को 185 रनों का शानदार स्कोर दिया। जिसके बाद उनकी टीम का कुल स्कोर 382 रनों का हो गया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम मैदान में बल्लेबाजी करने आयी।
हालाँकि उस समय कंगारुआें के आगे भारतीय टीम की एक न चली। क्रिकइन्फो डेटा के मुताबिक , उस टेस्ट मैच के दौरान पूरी भारतीय टीम महज 58 रन पर ही सिमट गयी। लेकिन इस मैच में उस समय के कप्तान अमरनाथ ने सबसे ज्यादा 22 रनों की पारी खेली थी। बता दें इस मैच में 2.3 आेवर में दो रन देकर पांच चटकाने वाले गेंदबाज कोई और नहीं बल्कि एरिनी आेसैक थे।
दूसरी पारी में भारतीय टीम के महज 98 रन
भारत को पहली इनिंग में 58 रन बनाने के बाद फाॅलोआॅन खेलना पड़ा था। लेकिन इस बार भी भारत की स्थिति कुछ ज़्यादा खास नहीं थी। दूसरी पारी के मैच में भी भारतीय टीम कुल 98 रनों पर आॅलआउट हो गर्इ। इस मैच में सात बल्लेबाज तो ऐसे थे जो दहाई के आंकड़े को भी पार नहीं कर सके और भारतीय टीम को एक बार फिर से कंगारुआें के आगे करारी हार का सामना करना पड़ा था |
Post a Comment